इन दिनों नया संसद भवन काफी चर्चा में चल रहा है। 28 मई को संसद की नई इमारत का उद्घाटन होने वाला है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए संसद भवन का उद्घाटन करने वाले हैं। इसे लेकर जोरों-शोरों से तैयारियां भी शुरू हो गई है। लेकिन उद्घाटन से पहले ही विपक्षी दलों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अब इस मुद्दे पर एआएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने एक नया राग छेड़ दिया है। ओवैसी ने हाल ही में पीएम मोदी द्वारा किए जाने वाले उद्घाटन पर सवाल उठा दिया है।
ओवैसी ने सुझाया इनका नाम
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, ‘हमारी पार्टी का ऑब्जेक्शन है कि लोकसभा में थ्योरी ऑफ सेप्रेशन ऑफ पावर भारत के संविधान का हिस्सा है। अगर प्रधानमंत्री नई संसद का उद्घाटन करेंगे तो ये संविधान का उल्लंघन होगा। नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री के अलावा राष्ट्रपति को भी नहीं करना चाहिए। अगर नई संसद का उद्घाटन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला करते हैं तो हमारी पार्टी समारोह में शामिल होगी। अगर पीएम मोदी उद्घाटन करेंगे तो हमारी पार्टी इसका विरोध करेगी।
कैसा है नया संसद भवन?

बता दें नए संसद भवन का निर्माण कार्य टाटा प्रोजेक्ट ने किया है। इस बिल्डिंग की डिजाइन आर्किटेक्ट बिमल पटेल ने की है। अहमदाबाद के रहने वाले बिमल पटेल ने संसद भवन से पहले और भी कई मशहूर इमारतों को डिजाइन कर चुके हैं। इस नवनिर्मित संसद भवन में लोकसभा में 888 जबकि राज्यसभा में 384 सदस्यों की बैठक की व्यवस्था की गई है। ए भवन में एक संविधान हॉल भी होगा, जिसमें भारतीय लोकतंत्र की विरासत को दिखाया जाएगा। साथ ही यहाँ संविधान की कॉपी भी रखी जाएगी।