
सूरज के गुस्से से दुनिया को बचाने वाली महिला:- दुनियाभर में महिलाओं का डंका बज रहा है अब अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने पहली बार साइंस चीफ का पद किसी महिला को दिया है। जी हां 27 फरवरी को नासा के एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन ने आधिकारिक घोषणा करते हुए बताया कि लंबे समय से सूर्य की स्टडी कर रहीं सीनियर साइंटिस्ट निकोला फॉक्स अब नासा की साइंस चीफ होंगी। निकोला को प्यार से निकी फाॅक्स भी बुलाया जाता है। नासा ने अपने चीफ साइंटिस्ट पद पर एक ऐसी महिला को बैठाया जिसकी वजह से आज दुनिया सुरज के प्रकोप से बच पा रही है। पिछले कुछ समय में सौर चक्र की वजह से उसकी सतह पर जो गतिविधियां बढ़ी हुई है। उससे अक्सर हमारे उपग्रह पर संचार उपकरणों को नुकसान पंहुचने का डर पैदा होने लगता है।
सूर्य पर होने वाली गतिविधियों पर स्टडी कर रही है निकोला

लेकिन नासा के साइंटिस्ट निकोला ने सूर्य पर होने वाली इन गतिविधियों कि समझ बढ़ाने में इंसान की काफी सहायता की है। यही कारण है कि नासा ने उन्हें अपने चीफ साइंटिस्ट के पद पर बैठा दिया है। इस पद पर बैठने वाली निकोला पहली महिला है। निकोला सौर तूफानों, सौर लहरों, सौर विकिरण से ग्रहों और उपग्रहों पर होने वाले प्रभावों की स्टडी कर रही हैं। निकोला इस समय अमेरिकी अंतरिक्ष संगठन में हेलियोफिजिक्स डिविजन की हेड है। नासा से मिले जानकारी के मुताबिक, निकोला फाॅक्स वाशिंगटन स्थित नासा मुख्यालय में एजेंसी के साइंस मिशन डायरेक्टोरेट में एसोसिएट एडिमिस्ट्रेटर की भूमिका निभाएंगी। निकोला फाॅक्स पहले सूर्य पर शोध करने वाले पार्कर शोलर प्रोब मिशन की टाॅप वैज्ञानिक भी रह चुकी है।
निकोल फॉक्स होली साइंस डायरेक्टोरेट की प्रमुख

बिल नेल्सन ने 54 वर्षीय निकोला के पुराने कार्यों की तारीफ करते हुए बताया कि इनकी स्टडीज की बदौलत ही दुनिया को कई बार सौर तूफानों से बचाने में मदद मिली है। नासा ने उनकी नई भूमिका को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है। आपको बता दे कि निकोला नासा के साइंस डायरेक्टोरेट की प्रमुख होंगी। जिसका सलाना बजट सात बिलियन डाॅलर्स यानी 57,898 करोड़ रूपए है। 54 साल की निकोला ने जो शोध किए है उसकी वजह से दुनिया को शौर विस्फोटको के बाद पैदा होने वाले खतरनाक शौर लहरों, सौर धधकों और शोलर रेडिएशन से बचाने में मदद मिली है। नासा के मुताबिक, साइंस यूनिट हेड के तौर पर निकोला पर नासा के 100 से ज्यादा मिशन की जिम्मेदारी भी होगी। जिसके तहत ब्रह्मांड के रहस्यमयी गोपनियाताओं को उजागर करना है।
किन मिशनों पर काम करेगी निकोला की टीम ?

निकोला जिस यूनिट की कमान संभालेगी उसका सलाना बजट करीब एक अरब डाॅलर का है। नासा के कई महत्वपूर्ण मिशन इससे जुड़े हुए है। जिनमें प्रमुख है, मंगल पर भविष्य में जीवन होने की खोज, और जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप की मदद से दुरस्त अकाश गंगाओं के बारे में पता लगाना। निकोला की टीम अमेरिकी मिलिट्री के साथ मिलकर एलियंस और एलियनयानों की खोजबीन और स्टडी भी करेंगी। ताकि अनआइडेंटिफाइड एरियल फेनोमेना की असलियत सामने आ सके। क्योंकि व्हाइट हाउस और अमेरिकी रक्षा मंत्रालय यानी पेंटागन इन एलियनयानों को अमेरिका के लिए खतरा मानते हैं। आपको बता दे कि निकोला फाॅक्स ने 2018 में हेलियों फिजिक्स करते हुए नासा में अपना करियर शुरू किया था जो सूर्य का अध्ययन करने के लिए एजेंसी के प्रयासों की देख रेख करता है। अपने पूरे करियर के दौरान निकोला ने दुनियाभर में विज्ञान प्रस्तुतियां देने के अलावा कई वैज्ञानिक लेख और पेपर भी लिखें है।