घोड़े बेहद ही खूबसूरत जानवर होते है। ये देखने में ही खूबसूरत नहीं बल्कि ये काफी चलाक और फूर्तिले भी होते है। इन्हें देखकर तो यही लगता है कि इनमें काफी एनर्जी भरी होती है। लेकिन क्या आप जानते है कि घोड़े इतनी एनर्जी खर्च करते है फिर भी वह लेटकर सोते या अराम क्यों नहीं करते है। बाकी जानवर रात में बैठकर या लेटकर अच्छे से निंद पुरी कर लेते है। लेकिन घोड़े बहुत कम समय तक सोते है, इतना ही नही ये अधिकत्तर खड़े ही होकर सोते है। क्या आपने कभी इसके बारे में जानने की कोशिश की है।
खड़े होकर कैसे सोता है घोड़ा
अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको इन्हीं सवालो के बारे में बताते है, कि आखिर घोड़े हमेशा खड़े क्यों रहते हैं और वो किस तरह से अराम करते हैं या फिर अपनी नींद पूरी करते हैं। असल में घोड़े अपनी झपकियों से ही निंद को पुरा कर लेते है। अगर कभी घोड़ा लंबे समय तक लेटा रहे तो उसकी मौत भी हो सकती है। और पुरे दिन में चार घंटे की निंद लेने वाले घोड़े कभी जमीन पर गिरते नहीं है। क्योंकि इनके घूटनों की हड्डीयों को जोड़ने वाली लिग्मेंट्स उनके हड्डीयों को मनचाहे समय तक फिक्स कर देते है। और लॉक सिस्टम उन्हें गिरने से बचाता है। ऐसा होने से घोड़े खड़े खड़े अराम से सो लेते है।
घोड़ा जमीन पर क्यों नहीं बैठता है !
और उन्हें गिरने का डर भी नहीं रहता है। अब सवाल उठता है कि आखिर घोड़े के शरीर में ऐसा क्या होता है कि उन्हें बैठने की जरुरत नहीं पड़ती है। इसके पीछे कई वजह माने जाते हैं। एक तो उनकी कमर सीधी होती है, जिससे घोड़ा ना तो आसानी से खड़ा हो पाता है और ना ही बैठ पाता है। इसलिए घोड़ा हमेशा खड़ा रहना ही अच्छा समझता है। इसके अलावा घोड़ा उन कैटेगरी में आता है, जिन्हें शिकार होने से डर लगता है। ऐसे में अगर घोड़ा बैठा रहता है और कोई शिकारी आता है तो वो जल्दी से उठकर वहां से भाग नहीं सकता है। इसलिए वह हमेशा खड़ा रहता है और समय आने पर आसानी से भाग निकलता है।