इमरान की गिरफ्तारी के वक्त कहाँ गायब थे पाकिस्तानी PM और आर्मी चीफ? सेना ने ही कर लिया ‘सब कुछ’

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इस समय पाकिस्तान हिंसा की आग में सुलग रहा है। दरअसल, मंगलवार को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। इमरान के साथ-साथ उनके करीबी सहयोगी और पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। 

जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान को सेना के इशारे पर अरेस्‍ट कर लिया गया है। उनकी गिरफ्तारी इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर से हुई। दरअसल, इमरान खान लाहौर से इस्लामाबाद कोर्ट में पेश होने आए थे। कोर्ट में जब उनकी बायोमेट्रिक प्रक्रिया चल रही थी, तभी सेना के कुछ जवान खिड़की को तोड़कर अंदर घुस गए और उन्होंने वकीलों और सुरक्षा कर्मचारियों को पीटकर अलग कर दिया।

पूर्व प्रधानमंत्री के समर्थक देशभर में आगजनी और तोड़फोड़ कर रहे हैं

इमरान की गिरफ्तारी के विरोध में पूर्व प्रधानमंत्री के समर्थक देशभर में आगजनी और तोड़फोड़ कर रहे हैं। हिंसा में कई लोगों की मौत हो चुकी है। इमरान खान को अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार किया गया है। साथ ही उन पर राजद्रोह राजद्रोह, आतंकवाद, और हिंसा भड़काने जैसे आरोप लगे हुए हैं।  

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तान आर्मी चीफ असीम मुनीर कहां थे

ऐसे में अब सवाल यह उठ रहा है कि जब इमरान की गिरफ़्तारी हो रही थी और पूरे देश में दंगा और हिंसा हो रही थी, तब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तान आर्मी चीफ असीम मुनीर कहां थे? दरअसल, इस पूरे मामले पर अब तक पाक पीएम और आर्मी चीफ एक बार भी सामने नहीं आए हैं। कहा जा रहा है कि इमरान की गिरफ़्तारी के वक्त ये दोनों ही देश से बाहर थे। पीएम शहबाज शरीफ के बारे में जानकारी सामने आई है कि वो इतने दिन से अपने लंदन प्रवास पर थे। वहीं पाकिस्तान आर्मी चीफ असीम मुनीर इस वक्त ओमान की यात्रा पर हैं।  

11 मई को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने इमरान को रिहा करने का आदेश दे दिया

बता दें इमरान खान की गिरफ्तारी 9 मई को हुई थी। इसके दो दिन बाद यानी 11 मई को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने इमरान को रिहा करने का आदेश दे दिया। सुप्रीम कोर्ट ने इमरान की गिरफ्तारी को अवैध करार दिया और उन्हें तत्काल रिहाई का आदेश दिया। मुख्य न्यायाधीश बांदियाल ने कहा कि, कोर्ट परिसर में प्रवेश करने का मतलब अदालत के सामने आत्मसमर्पण करना है और आत्मसमर्पण के बाद किसी व्यक्ति को कैसे गिरफ्तार किया जा सकता है। अगर एक व्यक्ति ने कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया, तो उन्हें गिरफ्तार करने का क्या मतलब है? जिसके बाद इमरान को रिहा कर दिया गया था। 

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