30 दिसंबर 2022 को पेले दुनिया को कह गए अलविदा:- पेले वो नाम जिसका नाम सुनकर हर फुटबॉलर का सिर सजदे में झुक जाता है। पेले को फुटबॉलर का भगवान कहें तो कोई गलत बात नहीं होगीं। ब्राजिल के इस खिलाड़ी ने फुलबॉल को एक नई जिन्दगी दी है। वो पेले ही थे जिन्होंने फुटबॉल को इतना लोकप्रिय बनाया था। लगभग 18 साल पेले का फुटबॉल करियर रहा है। और इस दौरान उन्होंने ऐसे ऐसे रिकॉर्ड बनाए जिसे कभी तोड़ा नहीं जा सकता है। हलांकि इस महान खिलाड़ी ने 30 दिसंबर 2022 को दुनिया को अलविदा कह दिया है। ब्राजील के सुप्रसीद्ध व्यक्ति पेले के निधन पर भारत में भी गम का माहौल है। यहां भी उनके करोड़ों फैन हैं, जो उनकी एक झलक पाने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं। इसका कारण है कि पेले का भारत से भी गहरा संबंध रहा है।
पेले ने भारत में मोहन बागान के खिलाफ खेला था मैच
वह दो बार भारत दौरे पर आ चुके हैं। एक बार पेले ने कोलकाता में मोहन बागान के खिलाफ मैच खेला था। जबकि दूसरी बार भी पेले पश्चिम बंगाल ही आए थे और यहां दुर्गा पूजा में शामिल हुए थे। सबसे पहले फुटबॉल के महान प्लेयर पेले ने 1977 में भारतीय जमीन पर कदम रखा था। उस समय पेले ने 24 सितंबर 1977 को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में मोहन बागान के खिलाफ मैच खेला था। तब पेले न्यूयॉर्क कोस्मोस टीम के लिए खेल रहे थे। दर्शकों से खचाखच भरे ईडन गार्डन्स के मैदान पर यह मुकाबला बेहद ही रोमांचक रहा था।
फीफा वर्ल्ड कप में तीन बार बीजेता रह चुके हैं पेले
उस समय पेले की दीवानगी भारत में इस कदर थी कि इसका जिक्र फिल्मों में तक किया गया था। हलांकि आपकी जानकारी के लिए बता दे कि पेले फीफा वर्ल्ड कप में तीन बार बीजेता रह चुके है। उसी दौरान गांगुली ने पेले को लेकर एक प्रोग्राम में कहा था, मैंने तीन वर्ल्ड कप खेले हैं। विजेता और उपविजेता होने में काफी फर्क होता है। तीन वर्ल्ड कप और गोल्डन बूट जीतना बहुत बड़ी बात है। जबकि पेले ने कहा था, मैंने भारत आने का न्योता स्वीकार किया, क्योंकि मुझे यहाँ के लोग बहुत पसंद हैं। पेले ने जाते हुए यह भी कहा था, अगर मैं किसी तरह से मदद कर सकूं तो फिर आऊंगा।