सोशल मीडिया का जमाना है कई लोग सोशल मीडिया के वहाने वो ऊंचाइयां छू ली है जिसका अंदाजा कोई नहीं लगा सकता है लेकिन इन दिनों फेमश यूट्यूबर मनीष कश्यप अभी चर्चा में है, और विवादित भी, तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों के साथ मारपीट के मुददे को लेकर बिहार में बवाल मचा हुआ है। ये कितना सच है और कितना झुट इस पर राजनीतिक दल ताल ठोक रहे है।
प्रवाशी मजदूरों पर हमले का फेक वीडियों फैलाने का आरोप
तमिलनाडु के सीएम स्टालिन ने मजदूरों के साथ मारपीट के खबरों को फर्जी बताया, तो बिहार सरकार ने भी जॉच टीम बनाई, और अपने कुछ अफसरों को तमिलनाडु भेज दिया। 6 मार्च को मनीष कश्यप समेत चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। यानी असान भाषा में कहा जाए तो बिहार के यूट्यूबर मनीष कश्यप पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। मनीष पर बिहार के प्रवाशी मजदूरों पर हमले का फेक वीडियों और खबर वायरल करने का आरोप है। मनीष कश्यप ने तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले के दावों को सही सावित करने के लिए स्क्रीप्टेड वीडियों शेयर किया था। जिसे अब कोर्ट ने गिरफ्तारी करने की मंजूरी दे दी है। जिसके बाद बिहार पुलिस फेक वीडियों को वायरल करने वाले लोगों को गिरफ्तारी करने के लिए पटना से लेकर दिल्ली समेंत करीब चार शहरों में सर्च ऑपेरशन चलाया जा रहा है।
मनीष कश्यप के यूट्यूब चैनल के बैंक खातों को कर दिया है फ्रीज
इसके अलावा बिहार पुलिस बड़ी कार्रवाई करते हुए मनीष कश्यप और उसके यूट्यूब चैनल के बैंक खातों को एक साथ फ्रीज कर दिया है। अलग-अलग चार बैंक खातों में कुलजमा राशि 42 लाख 11 हजार 937 रुपये हैं। कोर्ट से वांरट जारी होने के बाद मनीष कश्यप और युवराज की गिरफ्तारी के तलाश के लिए ईओयू की टीमें लगी हुई है। ईओयू द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, मनीष के एसबीआइ बैंक के खाते में तीन लाख 37 हजार 496 रुपयेए आइडीएफसी बैंक के खाते में 51,069 रुपये और एचडीएफसी बैंक के खाते में तीन लाख 37 हजार 463 रुपये जमा हैं। वहीं, सचतक फाउंडेशन के एचडीएफसी बैंक के खाते में 34 लाख 85 हजार 909 रुपये जमा हैं।