अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन टीम में भारतीय मूल की एक और महिला को जगह मिल गई है। शुक्रवार को जो बाइडेन ने भारतीय-अमेरिकी नीरा टंडन को अपनी घरेलू नीति वरिष्ठ सलाहकार (Domestic Policy Senior Adviser) के रूप में नियुक्त किया है। नीता अब जो बाइडेन के साथ घरेलू नीति के एजेंडे को तैयार करने में उनकी सलाहकार बनेंगी और साथ ही उसे लागू करने में वह अमेरिकी राष्ट्रपति की मदद करेंगी।

नीरा टंडन व्हाइट हाउस सलाहकार परिषद का नेतृत्व करने वाली पहली एशियाई-अमेरिकी बन गई हैं
बाइडेन ने इस बारे में घोषणा करते हुए कहा कि, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि नीरा टंडन आर्थिक गतिशीलता और नस्लीय इक्विटी से लेकर स्वास्थ्य देखभाल, आप्रवासन और शिक्षा तक मेरी घरेलू नीति के निर्माण और कार्यान्वयन को जारी रखेंगी।’ बाइडेन के इस फैसले के बाद नीरा टंडन व्हाइट हाउस सलाहकार परिषद का नेतृत्व करने वाली पहली एशियाई-अमेरिकी बन गई हैं।
नीरा टंडन व्हाइट हाउस की तीन प्रमुख नीति परिषदों का नेतृत्व करेंगे
बता दें नीरा टंडन को सुसान राइस के स्थान पर घरेलू नीति सलाहकार के रूप में जगह मिलीं है। बाइडेन ने कहाये कि, ‘नीरा टंडन व्हाइट हाउस की तीन प्रमुख नीति परिषदों में से किसी का नेतृत्व करने वाली पहली एशियाई-अमेरिकी होंगी। वह अफोर्डेबल केयर एक्ट की एक प्रमुख वास्तुकार थीं और स्वच्छ ऊर्जा सब्सिडी और समझदार बंदूक सुधार सहित मेरे एजेंडे का हिस्सा बनने वाली प्रमुख घरेलू नीतियों को चलाने में मदद की।’
नीरा टंडन को मार्च में मैनेजमेंट एंड बजट ऑफिस की निदेशक के तौर पर चुना गया था
इससे पहले नीरा टंडन को मार्च में मैनेजमेंट एंड बजट ऑफिस की निदेशक के तौर पर चुना गया था। लेकिन कुछ राजनीतिक विरोध होने के कारण उनका नॉमिनेशन वापस ले लिया गया था। डेमोक्रेट्स सदन में उनके लिए पर्याप्त वोट नहीं जुटा पाए थे। गौरतलब है कि जो बाइडेन से पहले नीरा टंडन ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और हिलेरी क्लिंटन दोनों के ही प्रशासनों के साथ-साथ राष्ट्रपति अभियानों और थिंक टैंकों में भी काम किया।
इसके अलावा नीरा टंडन ने न्यूयॉर्क शहर के स्कूलों के चांसलर के वरिष्ठ सलाहकार के रूप में भी काफी काम किया है। जानकारी के मुताबिक, नीरा टंडन ने यूसीएलए से साइंस में ग्रेजुएशन और येल लॉ स्कूल से अपनी ज्यूरिस डॉक्टर की उपाधि प्राप्त की। वह सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस और सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस एक्शन फंड की अध्यक्ष और सीईओ थीं।